#पढाई में मन लगाएं -
किसी भी परीक्षा के लिए अध्ययन कठिन और तनावपूर्ण हो सकता है। वास्तव में, कार्य इतना कठिन नही होता जितना कि उस पर ध्यान केंद्रित कर पाना कठिन होता है।कई बार बहुत कोशिशो के बाद भी हम अपना ध्यान केंद्रित नही कर पाते है।
#अध्ययन एक अच्छे सहपाठी के साथ करे -
अगर कोई समझदार और ध्यान केंद्रित अच्छा सहपाठी है तो आप उसके साथ बैठकर अध्ययन कर सकते है। जो साथी आप की तुलना में होशियार हो उसे साथ में अध्ध्य्यन के लिए चुनें। आप दोनों एक दूसरे के साथ जल्दी कार्य को समाप्त करने का मुकाबला कर सकते है
#सही जगह का चयन करें-
अध्ययन के लिए एक उपयुक्त वातावरण के साथ एक शांत जगह का चुनाव करना जरुरी है। अध्ययन का स्थान टीवी, पालतू जानवर और व्याकुलता उत्पन्न करने वाले स्थान से दूर होना चाहिए।
#अध्ययन हेतु सब सामान पास में हो -
आपका पेंसिल, पेन, हाइलाइटर और पुस्तकें आपकी पहुंच के भीतर होनी चाहिए, ताकि आप पढ़ाई के दौरान विचलित न हो। अपने सामान को व्यवस्थित रखे , ताकि आपके मन में अव्यवस्था उत्पन्न न हो। ऐसा कुछ भी नही होना चाहिए जिसकी वजह से आपको बार बार उठना पड़े।
#अपने अध्ययन के लक्ष्यों को लिख लें-
सिर्फ आज के लिए आप क्या चाहते हो यानि कि आज कितना कार्य आपको करना है।अपने इस लक्ष्य को आप पहले लिख ले ताकि आपको ज्ञात रहे कि आज आपको कितना कार्य करना है।
#सेल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बंद कर दे-
अपने अध्ययन को सुचारू रूप से करते रहने के लिए आवश्यक है कि आप अपने फ़ोन व् अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को पढ़ते समय बंद कर दे। अगर अध्ययन के लिए कंप्यूटर की जरूरत है तो ही केवल कंप्यूटर का उपयोग करे ।
#बीच बीच में कार्य परिवर्तन-
अपने मन को संतृप्त करने से रोकने के लिए विषयों को हर एक घंटे में बदलने का प्रयास करे । एक ही विषय को लगातार अध्ययन करने से कार्य में शिथिलता आने लगती है। एक नया विषय आपके मन और प्रेरणा को जागृत करेगा।
#पृष्ठभूमि संगीत-
कुछ लोगों के लिए संगीत उन्हें ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है और कुछ लोगों के लिए संगीत अध्ययन में परेशानी पैदा करता है। कुछ लोग पृष्ठभूमि संगीत से बाहर की दुनिया को भूल कर अध्ययन में लीन हो जाते है और कुछ लोग संगीत की तरफ आकर्षित हो जाते है। इसलिए यह जान ले कि आप के लिए क्या अच्छा है।
#समय सारिणी बनाये-
अध्ययन पर ध्यान केंद्रित तभी होगा जब आप समय पर सब काम निपटा लेंगे,इसके लिए आवश्यक है कि आप समय सारणी बनाये। बीच में 5-10 मिनट के ब्रेक के साथ 30-60 मिनट अवधि काम के लिए बाँट सकते है ताकि कार्य परिवर्तन भी हो जाये और काम भी होता रहे ।
#बीच बीच में कार्य परिवर्तन-
अपने मन को संतृप्त करने से रोकने के लिए विषयों को हर एक घंटे में बदलने का प्रयास करे । एक ही विषय को लगातार अध्ययन करने से कार्य में शिथिलता आने लगती है। एक नया विषय आपके मन और प्रेरणा को जागृत करेगा।
#अपने विचारों को नियंत्रण में ले-
सकारात्मक सोच शुरू करे और अपने विचारो को नियंत्रण में रखे। अपने आप से बात करो और अपनी कमजोरियों और बुरे विचारो को खुद से बाहर निकाल दे। विचारो पर नियंत्रण पा लेने से एकाग्रता बढ़ती है।